बड़ी खबर (उत्तराखंड) मिलिए फर्जी CBI अधिकारी से.STF ने किया गिरफ्तार।।



उत्तराखण्ड एसटीएफ की बडी कार्यवाही – उत्तराखण्ड एसटीएफ के साईबर थाना कुमाँयू परिक्षेत्र द्वारा साईबर अपराधियो के विरूद्ध “आपरेशन प्रहार” अभियान के अन्तर्गत लगातार की जा रही कठोर कार्यवाही का अभियान जारी

 “आपरेशन प्रहार” अभियान के अन्तर्गत उत्तराखण्ड एसटीएफ के साईबर थाना कुमाऊँ परिक्षेत्र द्वारा डिजीटल अरेस्ट अभियुक्त के विरूद्ध विविध प्रावधानो के तहत कार्यवाही की गई ।
 पीडित को डिजीटल अरेस्ट कर नकली सीबीआई और ईडी अधिकारी बनकर फर्जी आदेशो, गिरफ्तारी वांरट व अन्य कागजातों का किया जाता था प्रयोग ।
 पीडित को व्हटसअप वीडियो कॉल के माध्यम से आनलाईन जोड़कर फर्जी सीबीआई और ईडी का अधिकारी बनकर डरा धमकाकर तथा गिरफ्तारी का भय दिखाकर की जा रही थी आनलाईन धोखाधडी ।
 पीडित से ठगी साईबर धोखाधडी की 1.3 करोड रूपये की धनराशी को अलग-अलग तारीखो में विभिन्न बैक खातो मे कराया गया स्थानान्तरित ।

पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, श्री दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, श्री नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि उपरोक्त प्रकरण जनपद चम्पावत के थाना लोहाधाट से स्थानान्तरित होकर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र को प्राप्त हुआ, जिसमे आर्मी से सेवानिवृत्त व्यक्ति द्वारा अवगत कराया गया कि उसे माह अक्टुबर 2024 में व्हाटसप के माध्यम से आडियो कॉल प्राप्त हुई, जिसमें अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताया गया कि आप नरेश गोयल मनी लॉडिग केस मे शामिल है और आपके खिलाफ मुम्बई पुलिस स्टेशन में अभियोग पंजीकृत हुआ है और आपको डिजीटली अरेस्ट किया जाता है । अगर आप सहयोग नही करते है तो आपको व आपके परिवार वालो को गिरफ्तार कर आपकी सारी चल -अचल सम्पत्ति हमेशा के लिए सीज कर दी जायेगी, भय मे लाने हेतु ईडी व सीबीआई के फर्जी आदेश व गिरफ्तारी वांरट आदि व्हटसअप पर भेजे गये । शिकायतकर्ता की जमा समस्त धनराशि को आरबीआई द्वारा जाँच कराने के नाम पर व्हटसअप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में आरटीजीएस व एनएफटी के माध्यम से ट्रांसफर कराया गया ।

प्रकरण की गंम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड के निर्देशन में मामले का पर्यवेक्षण अपर पुलिस अधीक्षक श्री स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक श्री अंकुश मिश्रा एंव विवेचक श्री अरूण कुमार निरीक्षक, साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, कुमाऊँ परिक्षेत्र, रूद्रपुर के सुपुर्द कर अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया गया । प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित को डिजीटल अरेस्ट का भय दिखाकर विभिन्न बैंक खातों में 1.3 करोड रूपये की धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी ।

विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया । पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के आईडीएफसी बैक के लाभार्थी खाताधारक पिंकू वर्मा पुत्र महेन्द्र प्रसाद वर्मा निवासी वार्ड न0 17 महावीर वार्ड गली नियर अम्बिका विहार सी रोड महावीरपारा थाना अम्बिका विहार जिला सरगुजा छत्तीसगढ को चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्त की तलाश जारी की । साईबर टीम द्वारा आपरेशन प्रहार के अन्तर्गत अभियुक्त पिंकू वर्मा की तलाश डिजीटल साक्ष्य के आधार पर की गई, जहाँ से साईबर टीम द्वारा प्रकाश मे आये अभियुक्त खाताधारक खाताधारक पिंकू वर्मा पुत्र महेन्द्र प्रसाद वर्मा निवासी वार्ड न0 17 महावीर वार्ड गली नियर अम्बिका विहार सी रोड महावीरपारा थाना अम्बिका विहार जिला सरगुजा छत्तीसगढ को चिन्हित करते हुए अभियुक्त की तलाश जारी की । साईबर टीम द्वारा विधिक प्रावधानो के अन्तर्गत प्रकाश में आये अभियुक्त पिंकू वर्मा पुत्र महेन्द्र प्रसाद के सम्बन्ध मे आवश्यक तकनीकी साक्ष्य जुटाये गये तथा पिंकू वर्मा को साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र रूद्रपुर पर उपस्थित कराकर अग्रिम विवेचनात्मक कार्यवाही विधिक प्रावधानो के तहत कार्यवाही की गई ।

अपराध का तरीका:
साईबर अपराधियों द्वारा पीडित को व्हाटसप / स्काईप एप के माध्यम से वीडियो / आडियो कॉल कर उन्हें उनके अभियोगो मे नामजद होने की बात कहकर गिरफ्तारी, मनी लॉण्ड्रिंग के आरोप में फंसाये जाने की बात कह कर उन्हें डिजिटली अरेस्ट कर लिया जाता था, जिसके लिए साईबर अपराधियों द्वारा व्हाटसप व स्काईप एप का प्रयोग किया जाता था पीडित को एजेन्सियों का भय दिखाने के लिये उनको आरबीआई, सीबीआई के नाम पर एप से ही नोटिस भेजे जाते थे जिससे पीडित में भय बना रहे । डिजिटल अरेस्ट की अवधि के दौरान पीडित को अपने किसी रिश्तेदार, सहकर्मी व परिवारजनों के साथ सम्पर्क में नहीं रहने की हिदायत दी जाती थी । तथा गिरफ्तार करने की धमकी दी जाती थी । डिजिटल अरेस्टिंग के दौरान अभियुक्त द्वारा पीडित को बताये गये फर्जी खातों में धनराशि स्थानान्तरित करने को बोला जाता था तथा रजिस्टर्ड मनी लॉण्ड्रिंग के केस से बचा लेने व खातों में भेजी गयी धनराशि को रिफाईन करने के पश्चात वापस करने का झांसा दिया जाता था । जिससे पीडित साईबर अपराधियों के झांसे में आकर उनके बताये गये खातों में धनराशि जमा कर देते थे । परन्तु पीडित को स्वयं के साथ हो रही साईबर धोखाधड़ी का अंदेशा नही हो पाता था । अपराधियों द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरण कर दिया जाता था । घटना के पश्चात पीडित को अत्यधिक मानसिक अवसाद व आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा । साईबर पुलिस देश भर में विभिन्न राज्यों से प्राप्त शिकायतों के सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क कर रही है ।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने साईबर अपराध हेतु जिस बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें मात्र 4-5 माह में ही करोडो रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है । जाँच में यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्तगण के बैंक खाते के विरुद्ध देश के विभिन्न राज्यों में कुल 12 साईबर अपराधों की शिकायतें निम्नवत दर्ज हैं । जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है ।

Acknowledgement No State District Police Station Category
21302250007424 HARYANA GURUGRAM DLF Online Financial Fraud
21512240026034 KERALA THRISSUR RURAL CHALAKUDI Online Financial Fraud
21811240000752 MEGHALAYA KHASI HILLS EAST SADAR PS Online Financial Fraud
22511240021872 PUNJAB SAS NAGAR LALRU Online Financial Fraud
22911240087312 TAMIL NADU THIRUVALLUR Online Financial Fraud
22911240087341 TAMIL NADU THIRUVALLUR MINJUR Online Financial Fraud
23111240141392 UTTAR PRADESH FIROZABAD Online Financial Fraud
31611240090078 KARNATAKA BANGALORE CITY KENGERI Online Financial Fraud
31611240090462 KARNATAKA KODAGU MADIKERI TOWN Online Financial Fraud
33211240035548 WEST BENGAL HOOGHLY RURAL MOGRA Online Financial Fraud
33711240055835 TELANGANA Rachakonda Bhongir Town Online Financial Fraud

पुलिस टीम-
1- अपर उपनिरीक्षक श्री सतेन्द्र गंगोला
2- हेड कानि0 श्री सोनू पाण्डे
3- कानि0 श्री रवि बोरा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अन्जान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे YouTube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें, किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें, अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें । ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर को सर्च न करें ।तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। स्कैमर्स वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं तथा फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं। कम समय में अधिक लाभ के चक्कर में इन्वेस्ट ना करेंव शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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