एसटीएफ उत्तराखंड की एक और बड़ी सफलता -दो साल से फरार दुष्कर्मी को दिल्ली से किया गिरफ्तार।
दो वर्षों से फरार दुष्कर्मी को एसटीएफ की कुशल टीम ने अपनी मैनुअल पुलिसिंग से लिया शिकंजे में।
बलात्कार के वांछित एवं ₹50,000 के इनामी अभियुक्त को दिल्ली से किया गया गिरफ्तार*।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भुल्लर के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने एक बड़ी सफलता अर्जित करते हुए एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है जो पिछले दो वर्षों से पुलिस को लगातार चकमा देकर फरार चल रहा था।
दिनांक 08 फरवरी 2023 को थाना बैजनाथ, जनपद बागेश्वर में अभियुक्त महेंद्र सिंह उर्फ पान सिंह पुत्र मन बहादुर, निवासी ग्राम धामसेना चौरासो, गरुड़, थाना बैजनाथ, जिला बागेश्वर के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 04/2023, धारा 376, 506 भा.दं.सं. के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसमें बाद में विवेचना में मुकदमे में SC/ST Act की धारा 3(1)(w)(i), 3(1)(w)(ii), 3(2)(v), 3(2)(va) की वृद्धि की गई थी। अभियुक्त घटना के दिन से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी हेतु जनपद पुलिस स्तर से काफी प्रयास किए गए थे लेकिन हर बार यह अपराधी पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, जिस पर अपराध की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक स्तर से अभियुक्त की गिरफ्तारी पर ₹50,000 का नकद पुरस्कार घोषित किया गया था। घोषित एनामियों के विरुद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा मुहिम चला रखी है जिस पर एसटीएफ टीम द्वारा इस अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु भिन्न भिन्न राज्यों में दबिशें दी जा रही थी एसटीएफ के लगातार प्रयासों के बाद एसटीएफ टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर अभियुक्त का पता लगाकर उसे दिनांक 26 जून 2025 को निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली के पास से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण:
नाम: महेंद्र सिंह उर्फ पान सिंह
पिता का नाम: मन बहादुर
निवासी: ग्राम धामसेना चौरासो, गरुड़, थाना बैजनाथ, जिला बागेश्वर (उत्तराखंड)
गिरफ्तारी में शामिल एसटीएफ उत्तराखण्ड की टीम:
- निरीक्षक श्री यादविंदर सिंह बाजवा
- vij उपनिरीक्षक श्री देवेन्द्र भारती
- मुख्य आरक्षी अर्जुन सिंह रावत
- आरक्षी दीपक चंदोला
- आरक्षी अंकित सिंह
एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा अपराधियों के विरुद्ध लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भुल्लर के नेतृत्व में एसटीएफ की यह कार्रवाई कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभियान भविष्य में भी इसी तरह जारी रहेगा।