देहरादून
राज्य भर से आए दिव्यांगजनों ने अपनी लंबे समय से चली आ रही मांगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचकर पुलिस को चौंका दिया।
उधम सिंह नगर जिले की अंतरराष्ट्रीय पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी प्रेमा विश्वास ने कहा कि राज्य सरकार शारीरिक रूप से सक्षम पदक विजेताओं को नौकरी के अवसर प्रदान करती है, लेकिन उनके जैसे दिव्यांग पदक विजेताओं की अनदेखी करती है और उनके लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा नहीं देती है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि राष्ट्रीय पदक जीतने वाले दिव्यांग सम्मान के पात्र हैं और राज्य सरकार से उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने का आग्रह किया।
विश्वास ने आगे बताया कि उन्होंने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को कई पत्र लिखे हैं, लेकिन इन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। परिणामस्वरूप, उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पहुँचने और प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। हरिद्वार के दिव्यांग व्यक्ति प्रवेश ने अपनी चिंताएँ व्यक्त कीं और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि उनकी पेंशन राशि में वृद्धि और अन्य मांगों का समाधान सुनिश्चित किया जाए।
इसी प्रकार, पिथौरागढ़ के दिव्यांग राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी अशोक कुमार ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के दिव्यांग राष्ट्रीय पदक विजेताओं को नौकरी प्रदान करती है, लेकिन दिव्यांग एथलीटों के लिए भी यही विचार किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 1,500 रुपये की वर्तमान मासिक पेंशन उनके परिवारों के भरण-पोषण के लिए अपर्याप्त है और उन्होंने मांग की कि इसे बढ़ाकर 5,000 रुपये किया जाए।
