श्री #मनसा देवी मंदिर में भगदड़ और अब तक 6-7 लोगों के मरने की खबर, एक श्रद्धालु की तो मौत चिंताजनक है। मां के चरणों में बहुत दुखद है। मनसा देवी मंदिर में स्थान के हिसाब से ही उड़न खटोले से ही लोग आते हैं और नियंत्रित करने के लिए लंबा मार्ग है पैदल वाला, चढ़ाई वाला मार्ग है। क्यों हम वहां आने वाली भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाए? कहां पर हमसे चूक हो गई, यह देखना पड़ेगा?
मैं एक बात कहना चाहता हूं इन व्यवस्थाओं से लगे हुए लोगों से कि हमको अनुभवी अधिकारियों को ऐसे समय जब आते हैं तो उस समय उनको लगाना चाहिए, यह मलाई वाले नहीं बल्कि जो ऐसे अधिकारी जिनमें इस तरीके की क्राउड मैनेजमेंट की क्षमता हो और जो पास्ट में प्रूफ कर चुके हों उनको इन जगहों पर पोस्ट करना चाहिए।
हमारे धार्मिक स्थलों की तरफ अब आवक निरंतर बढ़ रही है और हम स्वयं भी आकृष्ट करने का प्रयास करते हैं, सरकार भी करती है, यहां तक कि मैं भी अपने फेसबुक पोस्ट या लाइव के जरिए लोगों का आवाहन् करता हूं कि हमारे धर्म स्थलों पर आइये। यह आपके आस्था के स्थल हैं और आपके लिए अच्छा प्रबंध कर रखा है तो हमें इस तरीके के मिस मैनेजमेंट प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए।
मैं सरकार से आग्रह करना चाहूंगा कि इसको एक बड़ी चेतावनी के रूप में लें। पुलिस में ऐसे दक्ष क्राउड मैनेजमेंट करने वाले अधिकारियों को और प्रशासन में भी ऐसे अधिकारियों को, ऐसे महत्वपूर्ण स्थान पर नियुक्त किया जाए और जो मृतक हैं, मैं उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं जो घायल हैं, को बचाने का प्रयास होना चाहिए। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं और इनके परिवारों की मदद में शासन को आगे आना चाहिए, हमको अपनी सहृदयता प्रकट करनी चाहिए।
मां मनसा देवी सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
बड़ी खबर(हरिद्वार) पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मनसा देवी मंदिर हादसे पर जताया दुख,सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट।।
