नैनीताल शहर में बुधवार देर रात उस समय तनाव फैल गया जब एक किशोरी से छेड़छाड़ और गंदा काम के आरोप में एक समुदाय विशेष के बुजुर्ग व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। जैसे ही यह खबर शहर में फैली, स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया और माहौल सांप्रदायिक रंग लेने लगा।
घटना के अनुसार, आरोपी ने कुछ दिन पहले किशोरी को घरेलू कार्य के लिए बुलाया और फिर उसे बहला-फुसलाकर अपनी कार में ले जाकर दुष्कर्म किया। बाद में किशोरी को शहर की एक मुख्य सड़क पर उतार दिया गया। परिवार को जब इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने बुधवार को मल्लीताल कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।
जैसे ही यह मामला सामने आया, हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए और आरोपी को पुलिस से बाहर निकालने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। देखते ही देखते भीड़ ने शहर की सड़कों पर उतरकर समुदाय विशेष की दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। कुछ दुकानदारों के साथ मारपीट भी की गई। माहौल बिगड़ने पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों के घायल होने की आशंका है। इसके बावजूद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और देर रात तक कोतवाली के बाहर धरना और नारेबाजी जारी रही।
इस बीच यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी के पुत्र, जो एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं, के प्रभाव के चलते पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही। भीड़ ने मेडिकल परीक्षण को उसी अस्पताल में कराए जाने का विरोध किया और दूसरे स्थान पर परीक्षण की मांग की।
पुलिस अधीक्षक (क्राइम) डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसपास के थानों से अतिरिक्त बल बुलाया गया है।