मौसम अपडेट(देहरादून) मौसम होगा तल्ख,आंधी.तूफान.बरसात ओला वृष्टि झमाझम बरसात की संभावना।


उत्तराखंड का मौसम 3 मई 2025: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने के बाद तापमान पर भी असर पड़ा है। बारिश और तेज हवाएं चलने से गर्मी से राहत मिली है और तापमान में भी गिरावट आई है। देहरादून का तापमान पिछले दिनों 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा था और भीषण गर्मी से लोग बेहाल थे। दो दिनों से अचानक मौसम में बदलाव आया और हवाएं चलने से तापमान में भी कमी आई।

शुक्रवार को सुबह के समय आसमान में बादल छाए रहे और कुछ ही देर में झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आई और अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम होने के साथ 29.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 2 डिग्री बढ़ोतरी के साथ 21. 6 डिग्री सेल्सियस रहा।

प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह का हाल रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और हवा के मिलने से बारिश हुई है। इस समय बारिश कम ही ही होती है लेकिन यह बारिश जलवायु पैटर्न को दर्शाती है।

मई माह के शुरुआती दिनों में मैदानी इलाकों में इस बारिश से राहत मिली है तो वहीं आज शनिवार को भी देहरादून में 40 से 50 किलोमीटर की तेजी से हवाई चलने के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं।

6 मई तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम में अचानक हुए बदलाव से मैदान से लेकर पहाड़ो तक गर्मी से राहत मिली है। अप्रैल के महीने में ही भीषण गर्मी होने लगी थी और पर्वतीय क्षेत्रों का तापमान भी बढ़ रहा था।

दोपहर के समय तो पहाड़ों में भी घरों से निकलना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में मौसम में आए बदलाव से काफी हद तक राहत मिली है। वहीं, चार धाम यात्रा के लिए आने वाले लोगों को भी मौसम बदलने से गर्मी से राहत मिली है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज भी मौसम के तेवर तल्ख रह सकते हैं। पहाड़ों से लेकर मैदान तक बादल छाए रहने और बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है। कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने और 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

भर में मौसम प्रणाली:

पश्चिमी विक्षोभ इस समय दक्षिण पंजाब और उससे सटे उत्तर राजस्थान व पश्चिम हरियाणा पर 5.8 से 7.6 किमी की ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है।

एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्वी राजस्थान और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर 1.5 से 3.1 किमी की ऊंचाई पर स्थित है।

दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।

एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ पश्चिमी मध्य प्रदेश से उत्तर केरल तक फैला हुआ है, जो मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और आंतरिक कर्नाटक से होकर गुजरता है। यह 0.9 किमी की ऊंचाई पर स्थित है।

मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ 5.8 किमी की ऊंचाई पर 86 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ उत्तर 15 डिग्री अक्षांश के उत्तर में फैला हुआ है।

उत्तर बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में 3.1 से 7.6 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटे के दौरान,हरियाणा, दिल्ली, झारखंड के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम राजस्थान, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ मौसम सक्रिय रहा।

राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी और ओलावृष्टि दर्ज की गई।

तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में हल्की वर्षा हुई।

पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर राजस्थान में न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 से 10 डिग्री तक गिर गया।

पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में लू और भीषण लू की स्थिति बनी रही।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटे के दौरान, केरल, लक्षद्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश व गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक और धूल भरी आंधी की संभावना है।

सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और छत्तीसगढ़ में बिजली चमकने, गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

अंडमान व निकोबार द्वीप, तेलंगाना, विदर्भ, आंध्र प्रदेश और दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं तेज बौछारें हो सकती हैं, जिससे 1-2 स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंसने की घटनाएं हो सकती हैं।

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