युवक को शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले चार आरोपितों को गीडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपितों एक तरह का दुल्हन गैंग बना रखा था। इनके गिरोह के संपर्क
में कुछ शातिर युवतियां भी हैं, जो दुल्हन बन शादी के नाम पर रुपये लेती थीं और फिर मौका देखकर गहने लेकर फरार हो जाती थीं। हरियाणा के पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच कर पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह में शामिल आरोपितों के पास से एक कार भी बरामद की गई है। आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
पकड़े गए आरोपितों की पहचान एम्स इलाके के बहरामपुर नौका टोला निवासी समसुद्दीन, झंगहा के पांडेय टोला निवासी रेश्मा पत्नी सुभाष, पिपराइच के नौसढ़ बटीला निवासी ममता और यहीं की बुद्धि पुत्री गोबरी के रूप में हुई। 22 अप्रैल 2024 को हरियाणा के रोहतक सदर इलाके के मकडौली कला निवासी सुरेंद्र कुमार ने गीडा थाने में केस दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि शादी के लिए हरियाणा की कुलदीप कौर और राजेश के साथ गोरखपुर आए थे। शादी के नाम पर लड़की के घरवालों को देने के लिए 1.20 लाख रुपये नकद लिए । 20 अप्रैल नौसड़ के पास लड़की दिखाने के लिए बुलाया। वहां चांदनी के साथ शीला पांडेय व भीम पांडेय पहुंचे और बातों में उलझाकर रुपये-कपड़े लेकर गायब हो गए। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि एक गिरोह लड़कियों को शादी के नाम पर हरियाणा में बेचने और शादी के नाम पर ठगी का काम करता है। इसके बाद ही पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के पीड़ित ने चांदनी और शीला को नामजद किया था। पुलिस की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार की गई बुद्धि ने ही अपना नाम चांदनी बताया था और ममता ने खुद को शीला पांडेय बताया था। बचने के लिए आरोपितों ने अपना नाम बदल लिया था, लेकिन पुलिस ने जांच कर गिरफ्तारी कर ली। घटना में कुछ अन्य लोगों के शामिल होने की भी आशंका है, जिसकी तलाश में पुलिस टीम लगी है।