किच्छा – उत्तराखंड के किच्छा क्षेत्र में अमरूद के बाग से संदिग्ध हालत में मिले राजमिस्त्री की मौत का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई सामान्य मौत नहीं, बल्कि गला घोंटकर की गई सोची-समझी हत्या थी।
राजमिस्त्री कमलेश की हत्या में उसकी पत्नी पिंकी देवी, जीजा प्रमोद, और साले गोविंद को गिरफ्तार किया गया है। तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 30 जुलाई की रात कमलेश को नशे की हालत में गमछे से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को रात के अंधेरे में अमरूद के बाग में छिपाया गया और अगले दिन तड़के वापस लाकर घर के सामने सड़क पर लिटा दिया, ताकि मामला दुर्घटना जैसा लगे।
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सुरागों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की पुष्टि हुई। मृतक की पत्नी ने पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन जब पुलिस ने ससुर से पूछताछ की तो सच सामने आया। ससुर ने खुद बताया कि हत्या उनकी बेटी, दामाद और बेटे ने मिलकर की है।
तीनों आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं और अदालत में पेशी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए हैं।