- 18 सितंबर को ग्रामीणों द्वारा आवारा गाय बैलों को तहसील लालकुआं में बांधने की घोषणा के समर्थन में ‘माले’
- आवारा गौवंश के कारण लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं के लिए प्रशासन जिम्मेदार
आवारा गोवंश के कारण खेती किसानी चौपट होने और सड़क दुर्घटनाओं में लगातार रही वृद्धि से परेशान ग्रामीणों के 18 सितंबर को आवारा गाय बैलों को हांककर तहसील कार्यालय लालकुआं में बांधने के घोषित कार्यक्रम का भाकपा माले पूर्ण रूप से समर्थन करती है।
गौरतलब है कि, ग्रामीणों ने किसान महासभा के बैनर तले प्रशासन की बेरुखी के खिलाफ बड़ी संख्या में 18 सितंबर को आवारा गाय बैलों के साथ जुलुस प्रदर्शन करते हुए तहसील कार्यालय लालकुआं में पशुओं को बांधने का कार्यक्रम घोषित किया है।
भाकपा माले के जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, धान की फसल को किसान बहुत मेहनत करके, तार बाढ़ पर हजारों रुपया खर्च करके उसे किसी तरह बचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन फसल पर आवारा गाय बैलों के बढ़ते हमले से उनके प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। साथ ही आवारा गाय बैलों के कारण लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं में कई नौजवान मारे जा चुके हैं और कई लोग स्थाई रूप से विकलांग हो गए हैं। इसके लिए प्रशासन की उदासीनता पूरी तरह जिम्मेदार है। जिसके कारण ग्रामीणों में आवारा गाय बैलों के द्वारा मचाई गई तबाही के चलते भारी रोष है। यदि सरकार और प्रशासन अभी भी नहीं चेते तो उन्हें 18 सितंबर के बाद भी ग्रामीणों के और भी भारी रोष का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।