बड़ी खबर(नैनीताल) पुलिस उप महानिरीक्षक ने करी कानून व्यवस्था की समीक्षा. जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिए यह निर्देश।।


बुधवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमायूँ परिक्षेत्र, डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा कुमायूँ परिक्षेत्र के समस्त पुलिस जनपद प्रभारियों के साथ अपराध गोष्ठी का आयोजन कर जनपदों में अपराध एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की गयी, गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , ऊधमसिंहनगर श्री मणिकान्त मिश्रा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोडा श्री देवेन्द्र पींचा, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ श्रीमती रेखा यादव, पुलिस अधीक्षक चम्पावत श्री अभय गणपति कुम्भार , पुलिस अधीक्षक बागेश्वर श्री चन्द्रशेखर घोडके मौजूद रहे । गोष्ठी में पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमायूँ द्वारा निम्न निर्देश निर्गत कियेः-

1 -1 वर्ष से अधिक समय से लम्बित विवेचनाधीन अभियोगों की समीक्षा कर उनका निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए।

2- थानों में मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत दाखिल मालों के निस्तारण के कार्य में पुलिस क्षेत्राधिकारी को लगाते हुए अधिक से अधिक मालों का निस्तारण कराया जाना सुनिश्चित करें ।

3- क्षेत्राधिकारियों का ओ0आर0 भी लिया जाए तथा उनके द्वारा विवेचकों का उचित मार्गदर्शन किया जा रहा है अथवा नही साथ ही यह भी देख लिया जाए कि इनके द्वारा नियमित रूप से थानों का निरीक्षण किया जा रहा है।

4- वर्तमान में प्रचलित विभिन्न पोर्टलों के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध कराये जाने की दिशा में स्कूल/कालेजों में जाकर जागरूकता अभियान चलाया जाए तथा यह भी बताया जाए कि वह घर बैठे पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायत किस प्रकार दर्ज करा सकते हैं।

5- डायल 112 पर प्राप्त होने वाले शिकायतों की समीक्षा कर उनमें त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित कराते हुए शिकायतों का समय से निस्तारण कराया जाए।

6- सी0एम0 हैल्प लाईन लाईन (1905) पोर्टल पर प्राप्त समस्त प्रकार की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए निर्धारित समयावधि में उनका निस्तारण किया जाये ।

7- एन0डी0पी0एस0 एक्ट के अन्तर्गत व्यवसायिक मात्रा में नशीले पदार्थ पकड़े जाने पर अभियुक्तगणों के विरूद्ध फाईनेन्सियल इन्वेस्टीगेशन की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाए।

8- सड़क दुर्घटनाओं की दृष्टि से दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों को चिन्ह्ति कर दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाए।

9- जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने जनपद के गुमशुदाओं विशेषकर बालिकाओं की खोज/बरामदगी के लिए अधिक से अधिक प्रयास करे जाये जिससे सकारात्क परिणाम आये ।

10- दीपावली पर्व, तथा शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है, जिसके दृष्टि कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाये जिससे सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्यौहारों को सकुशल संम्पन कराया जा सके ।

      अन्त में उपस्थिति अधिकारियों से अपेक्षा की गई कि गोष्ठी में दिये गये निर्देशों एवं उत्तराखण्ड पुलिस के मिशन के अनुरूप मित्रता, सेवा, सुरक्षा की भावना समस्त पुलिसजनों में जागृत कर उत्तराखण्ड पुलिस की छवि उज्जवल बनाने का सतत् प्रयास करने सम्बन्धी निर्देशों के साथ गोष्ठी का समापन किया गया।

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