लालकुआं। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, लालकुआं के अध्यक्ष मुकेश बोरा के नेतृत्व में कोटाबाग क्षेत्र में स्वच्छ दुग्ध उत्पादक गोष्ठी एवं गुड हाईजेनिक मैन्युफैक्चरिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कालाढूंगी विधायक वंशीधर भगत का पुष्पगुच्छ एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष मुकेश बोरा ने दुग्ध उत्पादकों के हित में सरकार से दो प्रमुख माँगें रखीं—
- दुग्ध उत्पादकों को दी जा रही प्रोत्साहन राशि ₹4 प्रति लीटर से बढ़ाकर ₹6 प्रति लीटर की जाए।
- भूसा आदि पर मिलने वाली सब्सिडी में, साइलेज की तरह अनुदान 75% तक बढ़ाया जाए।
अपने संबोधन में श्री बोरा ने कहा कि महंगाई को देखते हुए दुग्ध उत्पादकों के हित में दूध के दाम बढ़ाए जाएंगे। संघ लगातार उत्पादकों को राहत देने का प्रयास करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। उन्होंने कहा कि संघ का सबसे बड़ा उद्देश्य है कि गाँव-गाँव से आने वाला दूध शुद्ध, स्वच्छ और हाईजेनिक हो, क्योंकि उत्पादकों की मेहनत ही संघ की असली पूँजी है।
कार्यक्रम के दौरान दुग्ध संघ की ओर से दुग्ध उत्पादकों को ₹70,000 की आर्थिक सहायता के चेक भी वितरित किए गए।
मुख्य अतिथि वंशीधर भगत ने कहा कि “आँचल ब्रांड केवल दूध का नाम नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं के विश्वास और शुद्धता का प्रतीक है। उपभोक्ता आज दूध के साथ-साथ स्वास्थ्य और विश्वास खरीदता है, और आँचल दूध ने यही पहचान कायम की है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि दुग्ध उत्पादकों की माँगों को लेकर वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा से वार्ता करेंगे।
गोष्ठी में वक्ताओं ने आँचल ब्रांड की बढ़ती बाज़ार हिस्सेदारी, उपभोक्ता विश्वास और स्वच्छता के महत्व पर अपने विचार रखे। दुग्ध उत्पादकों ने अनुभव साझा करते हुए गुणवत्ता बनाए रखने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर गीता तिवाड़ी, सांसद प्रतिनिधि भगवान तिवाड़ी, विनोद वधानी, कमलेश पांडे, दीवान सिंह, सुरेंद्र सिंह, हेम पाठक, कपिल सती, लच्छी राम, रमेश वघानी, प्रकाश तिवाड़ी, जगदीश गणजोला, दिनेश चंद्र चोनियाल, देवकी भोज, मीना रौतेला, गुंजन डोडियाल, रमेश चंद्र, हेमंत चौनाल, पूरन चंद्र मिश्रा, लक्ष्मी पंत, शांति कोरंगा, शेखर चंद्र जोशी, उमेश पठालनी एवं डॉ. रमेश मेहता समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन पी. एंड आई. प्रबंधक सुभाष बाबू ने किया।
