दिल्ली में फ्लैट दिलाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाला शातिर ईनामी अपराधी चढ़ा पौड़ी पुलिस के हत्थे।
पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार बदल रहा था ठिकाने, सटीक जानकारी व सूझबूझ से शातिर अभियुक्त को गाजियाबाद से किया गिरफ्तार।
- नवंबर 2024 को कोटद्वार निवासी श्रीमती अर्चना रानी द्वारा कोतवाली कोटद्वार पर एक शिकायती पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि वर्ष-2021 में विवेक चतुर्वेदी नाम के व्यक्ति द्वारा उन्हें दिल्ली में फ्लैट दिलाने का सौदा करके 16 लाख की धोखाधड़ी की गयी है तथा उक्त व्यक्ति द्वारा अभी तक न तो फ्लैट दिलाया और ना ही पैसा वापस कर रहा है। जिस सम्बन्ध में कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0स0-286/24,धारा-420/406 भादवि पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्री लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजनमानस के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुये अभियोग का सफल निस्तारण करने व पुलिस टीम गठित कर अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
निर्गत निर्देशों के क्रम में विवेचक द्वारा विवेचनात्मक कार्यवाही की गयी तो अभियुक्त विवेक चतुर्वेदी लगातार पुलिस से बचते हुए अपने ठिकाने बदल रहा था, अपराध की गम्भीरता को देखते हुए श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु 5000/- रूपये का ईनाम भी घोषित किया गया था तथा तत्काल गिरफ्तारी हेतु टीम गठित कर कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्री चन्द्रमोहन सिंह व क्षेत्राधिकारी कोटद्वार श्रीमती निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार श्री रमेश तनवर के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्यवाही करते हुए कुशल पतारसी सुरागरसी व इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस के मदद से अभियुक्त विवेक चतुर्वेदी को कौशांबी गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया तथा आज माननीय न्यायालय के समक्ष पेशकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
नाम पता अभियुक्त
विवेक चतुर्वेदी पुत्र श्री जयनाथ चौबे, निवासी-बी 218,सत्यम एंक्लेव झिलमिल कॉलोनी, थाना- विवेक बिहार,पूर्वी दिल्ली।
पंजीकृत अभियोग
मु0अ0स0 286/24, धारा-420/406 भादवि0 ।
पुलिस टीम
- उपनिरीक्षक श्री प्रद्युमन नेगी
- मुख्य आरक्षी श्री सुनील मलिक।
- आरक्षी श्री सतीश शर्मा।
- आरक्षी श्री हरीश कुमार- CIU