ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती जहां से भी ज्ञान अर्जित हो सके मनुष्य को करना चाहिए इसकी सबसे अच्छी दोस्त बुक होती हैं।
चंपावत(समाचार सारांश टीम नेटवर्क)
नेशनल बुक ट्रस्ट, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जिले के चारों विकास खण्डों में पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन आगामी 04 अक्टूबर 2024 से किया जा रहा है।
इस संबंध में आवश्यक जानकारी देते हुए आदर्श चम्पावत के जिला समन्वयक इंद्रेश लोहनी ने बताया की जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आगामी 4 और 5 अक्टूबर को जीजीआईसी चम्पावत में, 6 और 8 अक्टूबर को जीआईसी लोहाघाट, 9 अक्टूबर को जीआईसी पाटी और 10 अक्टूबर को जीआईसी बाराकोट में नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की प्रदर्शनी आयोजित की जायेगी, इस आयोजन हेतु जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की विशेष पहल बुके की जगह बुक के अनुरूप निदेशक,एनबीटी को पत्र लिखकर जिले में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित करने का आग्रह किया था, जिसके अनुरूप यह आयोजन होने जा रहा है।
आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न करने हेतु मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने आयोजक विद्यालय एवं समस्त विद्यालयों को निर्देशित किया है की राजकीय प्रकाशन एनबीटी की ज्ञानोपयोगी पुस्तकों को पुस्तकालयों में रखकर सभी छात्रों को इसका लाभ दें, क्योंकि पुस्तकें ही छात्रों को बेहतर दिशा देने का काम करती हैं। इस संबंध में जिला सेवायोजन अधिकारी आर के पंत ने बताया की इस अवसर पर आयोजक विद्यालय में कैरियर काउंसलिंग का भी आयोजन किया जायेगा, जिससे की छात्रों को बेहतर भविष्य को बनाने में सहायता मिले, काउंसलिंग में प्रसिद्ध काउंसलर द्वारा मार्ग दर्शन किया जायेगा। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए की पिटकुल द्वारा संचालित कम्प्यूटर की शिक्षा हेतु जिले में संचालित कंप्यूटर ऑन व्हील्स और यूकॉस्ट , देहरादून द्वारा संचालित लैब ऑन व्हील्स, जो की चलती फिरती प्रयोगशाला है, को भी आयोजन स्थल पर रखें, जिससे की बच्चे कंप्यूटर और विज्ञान के बारे में अपनी जानकारी और बड़ा सकें , एनबीटी के एडिशनल डायरेक्टर मुकेश कुमार ने जिला प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आश्वासन देते हुए आभार व्यक्त किया की ट्रस्ट की पुस्तकों का लाभ जिले के विद्यालयों को प्राप्त होगा और भविष्य में भी एनबीटी द्वारा ऐसे आयोजन किए जाते रहेंगे।